Thursday, November 20, 2014
Wednesday, November 19, 2014
Monday, April 14, 2014
दूर शिक्षा निदेशालय और साने गुरूजी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट, मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय (दि. 28 एवं 29 मार्च)
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय का दूर शिक्षा निदेशालय और साने गुरूजी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट, मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय (दि. 28 एवं 29 मार्च) को आयोजित अनुवाद कार्यशाला का समापन हबीब तनवीर सभागार में शनिवार को हुआ। समापन समारोह में दूर शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. मनोज कुमार, आंतरभारती अनुवाद सुविधा केंद्र की अध्यक्ष प्रो. पुष्पा भावे, इंडिया इंटरनेशनल मल्टीव्हर्सिटी, पुणे के कुलपति प्रो. प्रमोद तलगेरी तथा प्रख्यात अनुवादक प्रो. नीरजा मंचस्थ थे।
समापन वक्तव्य में प्रो. पुष्पा भावे ने कहा, अनुवाद करते समय मूल लेखक और पाठ के बीच अनुवादक का रिश्ता होना चाहिए। जब तक अनुवादक को किसी भी दो भाषाओं का ज्ञान नहीं होता तब तक प्रमाणिक अनुवाद नहीं हो सकता। उन्होंने सांस्कृतिक शब्दों के अनुवाद में आने समस्याओं को भी समझाया। प्रो. मनोज कुमार ने अनुवाद करते समय अपने विवेक का उपयोग करने की सलाह दी और कहा कि ज्ञान के विस्तार के लिए अनुवाद के माध्यम से प्रयास होने चाहिए।
समापन समारोह में कार्यशाला में सहभागी प्रतिभागियों को अतिथियों के द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। समारोह का संचालन सहायक प्रोफेसर संदीप सपकाले ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्रोफेसर अमरेंद्र कुमार शर्मा ने प्रस्तुत किया। कार्यशाला के संयोजक सहायक प्रोफेसर शैलेश मरजी कदम ने सभी अतिथि तथा प्रतिभागियों को कार्यशाला में सहभागिता करने के लिए धन्यवाद दिया। समारोह में विश्वविद्यालय के अध्यापक, शोधार्थी, विभिन्न स्थानों से आए प्रतिभागी तथा विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
हिंदी विश्वविद्यालय में दो-दिवसीय अनुवाद कार्यशाला का समापन
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय का दूर शिक्षा निदेशालय और साने गुरूजी राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट, मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय (दि. 28 एवं 29 मार्च) को आयोजित अनुवाद कार्यशाला का समापन हबीब तनवीर सभागार में शनिवार को हुआ। समापन समारोह में दूर शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. मनोज कुमार, आंतरभारती अनुवाद सुविधा केंद्र की अध्यक्ष प्रो. पुष्पा भावे, इंडिया इंटरनेशनल मल्टीव्हर्सिटी, पुणे के कुलपति प्रो. प्रमोद तलगेरी तथा प्रख्यात अनुवादक प्रो. नीरजा मंचस्थ थे।
समापन वक्तव्य में प्रो. पुष्पा भावे ने कहा, अनुवाद करते समय मूल लेखक और पाठ के बीच अनुवादक का रिश्ता होना चाहिए। जब तक अनुवादक को किसी भी दो भाषाओं का ज्ञान नहीं होता तब तक प्रमाणिक अनुवाद नहीं हो सकता। उन्होंने सांस्कृतिक शब्दों के अनुवाद में आने समस्याओं को भी समझाया। प्रो. मनोज कुमार ने अनुवाद करते समय अपने विवेक का उपयोग करने की सलाह दी और कहा कि ज्ञान के विस्तार के लिए अनुवाद के माध्यम से प्रयास होने चाहिए।
समापन समारोह में कार्यशाला में सहभागी प्रतिभागियों को अतिथियों के द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। समारोह का संचालन सहायक प्रोफेसर संदीप सपकाले ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्रोफेसर अमरेंद्र कुमार शर्मा ने प्रस्तुत किया। कार्यशाला के संयोजक सहायक प्रोफेसर शैलेश मरजी कदम ने सभी अतिथि तथा प्रतिभागियों को कार्यशाला में सहभागिता करने के लिए धन्यवाद दिया। समारोह में विश्वविद्यालय के अध्यापक, शोधार्थी, विभिन्न स्थानों से आए प्रतिभागी तथा विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
Thursday, March 6, 2014
Sunday, February 9, 2014
subscriptions active on pubsubhubbub.appspot.com
I currently have several 10's of thousands of subscriptions active on pubsubhubbub.appspot.com, superfeedr, wordpress, and other hubs. Starting on Feb 6, I noticed that most of my subscriptions from pubsubhubbub.appspot.com stopped posting updates (other hubs continue just fine). Using the pubsubhubbub.appspot.com web ui, I noticed that many of the feeds I spot checked have an expiration time in the past (i.e. are expired). I see through recent messages on the group that the status of hub.lease_seconds is changing, and that it may not have been supported on the Google hub anyway. My endpoints currently see and correctly handle hub-initiated lease renewal requests.
What is the current suggested best-practice for renewal (on both 0.3 and 0.4 spec hubs)? Should I always initiate re-subscriptions?
Thanks,
-- David
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